जिल्हा आपत्ती व्यवस्थापन योजनेचा (डीडीएमपी) उद्देश जिल्हा पातळीवरील कोणत्याही प्रकारच्या धोक्याची जोखीम कमी करण्यासाठी तयारी आणि सौम्यीकरण ह्याची रूपरेखा आखणे हा असतो. संबंधित जिल्ह्यातील असुरक्षित घटकांचे विश्लेषण करून आणि प्रशासनाची संसाधने, प्रशिक्षित मनुष्यबळ, गट/ समुदायातील सक्षम स्वयंसेवक तसेच संरचनात्मक व असंरचनात्मक सरकारी यंत्रणांची उपलब्ध क्षमता तपासून सदर योजना (डीडीएमपी) आखली जाते. आपत्ती किंवा आणिबाणीच्या काळात त्वरित प्रतिसाद मिळणे शक्य व्हावे यासाठी अशी क्षमता तपासणी होते. ,आहाराष्ट्रातील सर्व 36 जिल्ह्यांनी आपापल्या आपत्ती व्यवस्थापन आराखडा (डीडीएमपी) आखल्या आहेत.
- अहमदनगर 2024 [पीडीएफ – 1.1 एमबी]
- अकोला 2024 [पीडीएफ – 8.7 एमबी]
- अमरावती 2024 [पीडीएफ 7.7 एमबी]
- औरंगाबाद 2023 [पीडीएफ 6.2 एमबी]
- बीड 2022 [पीडीएफ 5.8 एमबी]
- भंडारा 2023 [पीडीएफ 9.7 एमबी]
- बुलढाणा 2022 [पीडीएफ 7.9 एमबी]
- चंद्रपूर 2022 [पीडीएफ 6.3 एमबी]
- धाराशिव 2023 [पीडीएफ 8.7 एमबी]
- धुळे 2022 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- गडचिरोली 2023 [पीडीएफ 9.2 एमबी]
- गोंदिया 2022 [पीडीएफ 966 केबी]
- हिंगोली 2023 [पीडीएफ 1.5 एमबी]
- जळगाव 2023 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- जळगाव 2023 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- कोल्हापूर 2024 [पीडीएफ 4.6 एमबी]
- लातूर 2024 [पीडीएफ 3.2 एमबी]
- नागपूर 2023 [पीडीएफ 9.7 एमबी]
- नांदेड 2022 [पीडीएफ 1.1 एमबी]
- नंदुरबार 2022 [पीडीएफ 4.2 एमबी]
- नाशिक 2023 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- पालघर 2022 [पीडीएफ 5.5 एमबी]
- परभणी 2023 [पीडीएफ 2 एमबी]
- पुणे 2025 [पीडीएफ 3 एमबी]
- रायगड 2024 [पीडीएफ 1.3 एमबी]
- रत्नागिरी 2022 [पीडीएफ 4.7 एमबी]
- सातारा 2022 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- सिंधुदुर्ग 2024 [पीडीएफ 1.5 एमबी]
- सोलापूर 2022 [पीडीएफ 1.7 एमबी]
- सांगली 2024 [पीडीएफ 1.6 एमबी]
- ठाणे 2023 [पीडीएफ 3.8 एमबी]
- वर्धा 2022 [पीडीएफ 9.3 एमबी]
- वाशिम 2024 [पीडीएफ 9.1 एमबी]
- यवतमाळ 2024 [पीडीएफ 1.6 एमबी]